हरीश राजगुरु @hbraj.de1c1 Sep 2020
मनुष्य की भौतिक संपत्ति घटती बढ़ती रहती है, लेकिन उसके विवेक की संपत्ति सतत उसके पास रहती हैं। 🙏🏼#सुप्रभात🙏🏼