#बिहार में ऐतिहासिक धरोहर को पर्यटन के पर्याप्त विज्ञापन नहीं मिलने से कुछ प्राचीन विरासत जनसामान्य के लिए अल्प ज्ञात हैं।
माँ काली का वैभवशाली मन्दिर राजनगर, मधुबनी जनपद, बिहार में है।
इस मन्दिर में तन्त्र #साधना के सर्वोच्च रूप अर्थात #माँ काली भगवान शिव के हृदय पर स्मित मुस्कान के साथ स्थापित हैं।
(चित्र-साभार)
किंवदंती है कि महान #तांत्रिक #महाराजा रामेश्वर सिंह अपने तन्त्र साधना के पूर्णाहुति के उपरांत माँ काली की इसी स्थान पर स्थापना किए थे।
यहाँ उन्होंने सम्पूर्ण मन्दिर श्वेत संगमरमर से निर्मित करवाये हैं। इसकी सूक्ष्म कलाकृति मनमोहक है।
#मन्दिर के पास ही एक विशाल घंटा लगा हुआ है।
इस मन्दिर के अतिरिक्त भी अनेक मन्दिर और राजप्रासाद का निर्माण उस काल में करवाया गया था जो प्रक्रिया १९२६ ई. तक चलता रहा।
#दरभंगा नरेश महाराजा लक्ष्मणेश्वर सिंह के देहावसान के पश्चात महाराजा रामेश्वर सिंह राजनगर को छोड़ दरभंगा प्रस्थान कर गए।
निर्माण प्रक्रिया सम्पूर्ण होते ही दुर्भाग्यवश १९३४ का प्रलयंकारी भूकंप आया।
बिहार में इस भूकंप का सबसे अधिक प्रभाव दरभंगा में ही था। इसप्रकार यह सौन्दर्यपूर्ण निर्माण भूकंप की भेंट चढ़ कर तहस नहस हो गया।
किन्तु एक चमत्कार है कि जहाँ आस पास के सभी भवन छिन्न भिन्न हो गए, माँ के ~मन्दिर को कोई क्षति नहीं हुई।
आज भी यह मन्दिर अपने अद्वितीय सौंदर्य से भक्तों, दर्शनार्थियों को आकर्षित करते हैं।
महान #सनातन धरोहर...!!
जय माता #महाकाली
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