स्वदेशी के पक्षधर तो हूँ ही मैं, किन्तु स्वावलंबी बनने/बनाने की बात मुझे सबसे अहम् लगती है ।
कृपया स्वावलंबी बनने के लिए भारतीय ऋषि-मुनियों की तकनीक को आधुनिकतम तरीके से स्वयं के लिए उद्योग कैसे खड़े किये जा सकते हैं । उत्पाद बनाने व उसके घटकों सहित सम्पूर्ण जानकारियों की नितांत आवश्यकता है । मार्गदर्शन सदैव अपेक्षित रहेगा ।
- आपका विकास